tag:blogger.com,1999:blog-8016412288942660219.post841631758255156870..comments2023-04-30T05:33:18.547-07:00Comments on उगता सूरज: शुचिता व पवित्रता के लिए अंत:करण में झांकना होगागणेश जोशीhttp://www.blogger.com/profile/13959350862061284857noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-8016412288942660219.post-62784428942552996482011-03-22T06:17:16.704-07:002011-03-22T06:17:16.704-07:00" भारतीय ब्लॉग लेखक मंच" की तरफ से आप, आ..." भारतीय ब्लॉग लेखक मंच" की तरफ से आप, आपके परिवार तथा इष्टमित्रो को होली की हार्दिक शुभकामना. यह मंच आपका स्वागत करता है, आप अवश्य पधारें, यदि हमारा प्रयास आपको पसंद आये तो "फालोवर" बनकर हमारा उत्साहवर्धन अवश्य करें. साथ ही अपने अमूल्य सुझावों से हमें अवगत भी कराएँ, ताकि इस मंच को हम नयी दिशा दे सकें. धन्यवाद . आपकी प्रतीक्षा में ....<br /><a href="http://www.upkhabar.in/" rel="nofollow">भारतीय ब्लॉग लेखक मंच</a>हरीश सिंहhttps://www.blogger.com/profile/13441444936361066354noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8016412288942660219.post-35293645174648647232010-12-04T06:27:27.184-08:002010-12-04T06:27:27.184-08:00आर्थिक युग में जब माँ-बाप 10 -12 लाख admission ...आर्थिक युग में जब माँ-बाप 10 -12 लाख admission फीस लेकर MBBS की शिक्षा दिलवा रहे हैं , MD /MS के लिए पुनः 30 -40 लाख देकर superspecialist बनने का सपना साकार कर पा रहे हैं , ऐसे में आप कैसे उनको गैर प्रोफेशनलिज्म का सबक देने की गुहार लगा सकते हैं ! यहाँ में स्पष्ट करना चाहता हूँ की ये समस्या संस्कारों की है, जो मेडिकल waste है, वह हमेशा किसी न किसी रूप में समाज में विकृति देता रहेगा ; <br />रही बात सरकारी अस्पतालों की, सरकारी अस्पताल नेतागिरी, प्रभुत्व , का अड्डा बन चुका है ; जब तक सरकारी अस्पतालों में 15 वर्षों से जमें हुए डॉक्टरों को अन्य तर सेवा करने का अवसर नहीं मिलता , जिसमे सरकार, प्रशासन हाथ में हाथ रख के बैठा है , तब तक कैसे पुराने डॉक्टर नए डॉक्टरों (अपने कनिष्ठों के समक्ष) एक उत्कृस्त उदाहरण पेश हो सकेगा और वह हिमालयी परिस्थितियों में कार्य करने के लिए अपने को तैयार कर सकेगा !<br />मेडिकल लाइन में संवेदना की कमी आई है; पर 95 % लोगो के कारण विश्वास कायम है, और रहेगा !Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/06130316764021637876noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8016412288942660219.post-59520292099640036352010-12-02T06:14:52.583-08:002010-12-02T06:14:52.583-08:00लेखन के मार्फ़त नव सृजन के लिये बढ़ाई और शुभकामनाए...लेखन के मार्फ़त नव सृजन के लिये बढ़ाई और शुभकामनाएँ!<br />-----------------------------------------<br />जो ब्लॉगर अपने अपने ब्लॉग पर पाठकों की टिप्पणियां चाहते हैं, वे वर्ड वेरीफिकेशन हटा देते हैं!<br />रास्ता सरल है :-<br />सबसे पहले साइन इन करें, फिर सीधे (राईट) हाथ पर ऊपर कौने में डिजाइन पर क्लिक करें. फिर सेटिंग पर क्लिक करें. इसके बाद नीचे की लाइन में कमेंट्स पर क्लिक करें. अब नीचे जाकर देखें :<br />Show word verification for comments? Yes NO<br />अब इसमें नो पर क्लिक कर दें.<br />वर्ड वेरीफिकेशन हट गया!<br />----------------------<br /><br />आलेख-"संगठित जनता की एकजुट ताकत<br />के आगे झुकना सत्ता की मजबूरी!"<br />का अंश.........."या तो हम अत्याचारियों के जुल्म और मनमानी को सहते रहें या समाज के सभी अच्छे, सच्चे, देशभक्त, ईमानदार और न्यायप्रिय-सरकारी कर्मचारी, अफसर तथा आम लोग एकजुट होकर एक-दूसरे की ढाल बन जायें।"<br />पूरा पढ़ने के लिए :-<br />http://baasvoice.blogspot.com/2010/11/blog-post_29.htmlयदि बोलोगे नहीं तो कोई सुनेगा कैसे?-डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश'/ Dr. Purushottam Meena 'Nirankush'-सम्पादक-PRESSPALIKA, राष्ट्रीय अध्यक्ष-भ्रष्टाचार एवं अत्याचार अन्वेषण संस्थान, Mob : 98285-02666https://www.blogger.com/profile/01854980253449056926noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8016412288942660219.post-74298512344293857272010-11-27T11:00:43.637-08:002010-11-27T11:00:43.637-08:00इस नए सुंदर से चिट्ठे के साथ आपका हिंदी ब्लॉग जगत...इस नए सुंदर से चिट्ठे के साथ आपका हिंदी ब्लॉग जगत में स्वागत है .. नियमित लेखन के लिए शुभकामनाएं !!संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8016412288942660219.post-8688103798931980792010-11-26T10:18:03.106-08:002010-11-26T10:18:03.106-08:00शुक्रिया।शुक्रिया।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/06584814007064648359noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8016412288942660219.post-72169658262088527152010-11-26T07:26:44.450-08:002010-11-26T07:26:44.450-08:00Good One...
Chandar Meher
इंग्लिश की क्लासGood One...<br />Chandar Meher<br /><a href="http://angrezikiclass.blogspot.com/" rel="nofollow"> इंग्लिश की क्लास</a>कृषि समाधानhttps://www.blogger.com/profile/06900944481982123884noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8016412288942660219.post-58675756100807276342010-11-24T22:09:27.609-08:002010-11-24T22:09:27.609-08:00बहुत सार्थक लेखा है आपका कितना कटु सत्य उजागर कर द...बहुत सार्थक लेखा है आपका कितना कटु सत्य उजागर कर दिया है आपने इन शब्दों में-<br /><br />'जब गरीबी में गुजर-बसर कर रहे लोग इलाज के चलते अपना सबकुछ बेचकर सड़क पर भीख मांगने की कगार पर पहुंच जाते हैं। कई बार तो अस्पताल का पूरा पैसा जमा न करने पर लाश तक छुपा ली जाती है। अमीर व गरीब में फर्क तक नहीं किया जाता है। महिला की सामान्य डिलीवरी करने के बजाय पैसा कमाने के चलते आपरेशन कर दिया जाता है।'Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8016412288942660219.post-53878091556410434162010-11-24T21:33:12.516-08:002010-11-24T21:33:12.516-08:00अन्तः करण से निकला सच्चा आलेखअन्तः करण से निकला सच्चा आलेखAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8016412288942660219.post-33392573212149166452010-11-24T17:56:48.776-08:002010-11-24T17:56:48.776-08:00जब भ्रष्टाचार हर व्यवसाय में फ़ैल रहा है , तो चिकि...जब भ्रष्टाचार हर व्यवसाय में फ़ैल रहा है , तो चिकित्सक इससे कैसे अछूते रह सकते हैं। जब इंसान का जमीर मर जाता है तो चाहे वो किसी भी पेशे का क्यूँ न हो, वो इमानदार नहीं रह जाता। फिर भी कुछ चिकित्सक ऐसे भी हैं, जिनमें संवेदनाएं अभी बची हुई हैं।ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8016412288942660219.post-22493535534393717322010-11-24T08:26:28.181-08:002010-11-24T08:26:28.181-08:00आर्थिक युग में दूसरा रूप देखें तो पवित्र पेशा बदना...आर्थिक युग में दूसरा रूप देखें तो पवित्र पेशा बदनाम हो चुका है। धनोपार्जन की हवस ने चिकित्सक की संवेदनशीलता को खत्म कर दिया है। बड़े शहरों में ही नहीं छोटे शहरों में भी पूरी तरह प्रोफेशनलिज्म हावी हो चुका है। चिकित्सकीय पढ़ाई के समय मरीज व डाक्टर के आत्मीय संबंधों के बारे में भले ही कुछ पन्नों में पढ़ लिया जाता हो लेकिन पूरी तरह पेशे में उतरने के बाद तो कुछ चिकित्सकों को छोड़कर अधिकांश चिकित्सक संवेदनशून्य नजर आने लगे हैं।<br /><br /><br />Satya kathan. Samasya aur Sujhaw dono hi vicharniy........ThanksDr.J.P.Tiwarihttps://www.blogger.com/profile/10480781530189981473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8016412288942660219.post-72788776290078042542010-11-24T07:06:54.411-08:002010-11-24T07:06:54.411-08:00डाक्टर को अपनी शुचिता व पवित्रता को बरकरार रखना ही...डाक्टर को अपनी शुचिता व पवित्रता को बरकरार रखना ही चाहिए|Patali-The-Villagehttps://www.blogger.com/profile/08855726404095683355noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8016412288942660219.post-73095415391200247812010-11-24T06:46:16.560-08:002010-11-24T06:46:16.560-08:00फिरदोस जी धन्यबाद लेख पड़ने के लिए....फिरदोस जी धन्यबाद लेख पड़ने के लिए....गणेश जोशीhttps://www.blogger.com/profile/13959350862061284857noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8016412288942660219.post-80405348692092982122010-11-24T06:29:34.501-08:002010-11-24T06:29:34.501-08:00अच्छी जानकारी है...अच्छी जानकारी है...फ़िरदौस ख़ानhttps://www.blogger.com/profile/09716330130297518352noreply@blogger.com