जो नेता आपकी मांगों पर ध्यान नहीं देते हैं। आपकी समस्याओं से मुंह मोड़ते हैं। मूलभूत समस्याओं के निराकरण को लेकर ही सजग नहीं है। भ्रष्टाचार में लिप्त रहते हैं। अराजकता को बढ़ावा देते हैं। ऐसे नेताओं को वोट मांगते समय जमकर फटकार लगाओ। जूते की माला पहनाओ। काले झंडे दिखाओ। उनके घोषणापत्र में लिखी गयी झूठी घोषणाओं को चिल्ला-चिल्लाकर सभी को बताओ। अच्छे के लिए अच्छा और बुरे को बुरा कहो। सबसे बड़ा हथियार आपके हाथ में है। गुप्त मतदान होता है। इसमें तो आपको डरने की आवश्यकता नहीं है। आप वोट दें। ऐसे नेताओं को वोट दो, जो स्वच्छ छवि का हो। उसका घोषणापत्र आपके अनुकूल हो। इस बार तो आप गलती न करें। आपका घोषणा पत्र तहसील में घूसखोरी बंद की जाय। आरटीओ, पासपोर्ट आदि कार्यालयों में दलाली व घूसघोरी बंद हो। कार्यालयों में फाइल आगे बढ़ाने के लिए घूस न देनी पड़े। घर व प्रतिष्ठान बनाने के लिए नक्शा पास कराने में घूस न देनी पड़े। सड़क बनाने में कमीशनखोरी बंद हो। पेयजल लाइन बिछाने के लिए कमीशन खोरी न हो। पुलिस में रिपोर्ट लिखाने के लिए पैसा न देना पड़े। स्कूल में एडमिशन के लिए डोनेशन के नाम पर वसूली बंद हो। सदन में प्रश्न करने के लिए पैसे न देने पड़े।
Monday, October 3, 2011
...ऐसे नेताओं को भगाओ
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वाह जोशी जी...
ReplyDeleteझंडा - डंडा ....
प्रोपोगंडा......
जूतों की माला ....
टमाटर...अंडा...
व्यर्थ हैं सब सामान ...
ग़र गढ़ने हों विकास के प्रतिमान .....
बूथ पे जाके ..
कीजिये ."मतदान"
जय हिन्दुस्तान
nice views sir ji.
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