नेता कैसे हैं, उन्हें समझना कठिन है। अगर हकीकत में देखेंगे तो आपको भी ऐसे नेताओं को देखकर शर्म आने लगेगी। आज हम सब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को देख रहे हैं। हर आम आदमी के हितों को ध्यान में रखते हुए खास आदमी के बारे में सोच रहे हैं। उनके खिलाफ हल्ला बोल रहे हैं। सराहनीय है। देश हित में होगा। आम आदमी को उनका हक मिलेगा। भुखमरी, बेरोजगारी, महंगााई व भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा। अगर यही हाल रहा तो ठीक है अगर अन्य नेताओं की तरह किसी कंपनी या फिर नेता के खिलाफ आवाज उठाने के बाद उसे हाथ मिला लेते हैं। लेन-देन हो जाता है। सत्ता में आने पर अन्य गलत कार्यों को सही ठहराने की सहमति बन जाती है। कुछ दिन किसी के खिलाफ धरना देने के बाद फिर मुंह मोड लेते हैं। हमें लगता है कि यही हमारा नेता है। हकीकत में परदे के पीछे कुछ और हो चुका होता है। हमारे आसपास कोई भी नेता जब अचानक ऐसे आंदोलन के बाद लखपति व करोडपति हो जाता है। आपने सोचा नहीं, क्यों? सोचा तो फिर ऐसा नेता क्यों?
Friday, February 14, 2014
आंदोलन किया बन गए नेता करोड़पति
नेता कैसे हैं, उन्हें समझना कठिन है। अगर हकीकत में देखेंगे तो आपको भी ऐसे नेताओं को देखकर शर्म आने लगेगी। आज हम सब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को देख रहे हैं। हर आम आदमी के हितों को ध्यान में रखते हुए खास आदमी के बारे में सोच रहे हैं। उनके खिलाफ हल्ला बोल रहे हैं। सराहनीय है। देश हित में होगा। आम आदमी को उनका हक मिलेगा। भुखमरी, बेरोजगारी, महंगााई व भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा। अगर यही हाल रहा तो ठीक है अगर अन्य नेताओं की तरह किसी कंपनी या फिर नेता के खिलाफ आवाज उठाने के बाद उसे हाथ मिला लेते हैं। लेन-देन हो जाता है। सत्ता में आने पर अन्य गलत कार्यों को सही ठहराने की सहमति बन जाती है। कुछ दिन किसी के खिलाफ धरना देने के बाद फिर मुंह मोड लेते हैं। हमें लगता है कि यही हमारा नेता है। हकीकत में परदे के पीछे कुछ और हो चुका होता है। हमारे आसपास कोई भी नेता जब अचानक ऐसे आंदोलन के बाद लखपति व करोडपति हो जाता है। आपने सोचा नहीं, क्यों? सोचा तो फिर ऐसा नेता क्यों?
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